मैने अपने आशुओ से कहा
यू महफ़िल में न आया करो
हमारा मजाक न उड़ाया करो
तो आशु बोले कि महफ़िल
में तुम्हे तनहा पाते है
तो हम चले आते है
हम से ये तन्हाई देखी नहीं जाती है
तो हम आप का साथ निभाते है
आपका और हमरा सम्बन्ध तो जन्म-जन्म का है
फिर क्यों रोकते हो हमे |
Friday, April 23, 2010
hasi me Dard
होट पर है हँसी आँखों में है दर्द उस जवानो को क्या पता हसने वाले वी किंतना रोए है वो तो एक खुदगर्ज है जो हँस के वी रोए है
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